Wednesday 26 October 2011

aaj ka vichar


आज का विचार 27.10.2011
स्वयं के दोष देखना शुरू करो !
दूसरों के दोष देखने की फुर्सत नहीं मिलेगी !
आर्यिका 105 माता स्वस्ति भुषण जी की
“एक लाख की एक एक बात “ से
सभी मुनि,आर्यिकाओं ,साधु,साध्वियों,श्रावक,श्राविकाओं
को यथोचित नमोस्तु,वन्दामी,मथे वन्दना ,जय जिनेन्द्र,नमस्कार
शुभ प्रात:     

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